0 मुश्किल नहीं है कुछ भी, अगर ठान लीजिए
– अर्जुन झा
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में केंद्रीय मंत्री आकांक्षी जिलों में दौरे पर आ रहे हैं। उनकी सदाशयता कम और राजनीति ज्यादा को लेकर विरोध भी हो रहा है लेकिन बस्तर सांसद दीपक बैज की राजनीति का तरीका अलग है। वे अपने साथी विधायकों को भी यही मंत्र देते हैं कि बस्तर के हक के लिए पूरी ताकत से लड़ो मगर तरीका ऐसा होना चाहिए कि काम हर हाल में होना चाहिए। किसी से अपनी धरती के लोगों की चाहत पूरी कराना है तो तथ्यों पर केंद्रित बात होना चाहिए। जो बात सौजन्यता से बनती है वह राजनीतिक कटुता से नहीं बन सकती। राजनीति को विकास के आड़े नहीं आने देना है तो राजनीति से ऊपर उठकर सिर्फ जनता के हित की बात करो। इसी हुनर के बूते बस्तर सांसद दीपक बैज विपरीत परिस्थितियों में भी बस्तर की जनता को उसका अधिकार दिलाने में सफल हो रहे हैं। बीते रोज केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने छत्तीसगढ़ को सड़कों की सौगात देते वक्त राजनीति और विकास के जो मायने सामने रखे थे, वे बस्तर सांसद दीपक बैज की कार्य संस्कृति का अंग हैं। सांसद बैज राजनीति से अधिक लोकहित को प्राथमिकता देते हैं। जहां बस्तर और छत्तीसगढ़ के हित की बात हो, वहां दीपक बैज किसी के सामने चुप नहीं हो सकते लेकिन वे अपनी बात रखने और मनवाने का सलीका जानते हैं। जहां संयम और विवेक से जनता का हित सम्भव हो, वहां अनावश्यक टकराव क्यों? दीपक बैज की यही खूबी बस्तर विकास की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा का एक सुदृढ़ सहयोगी है। अब केंद्रीय राज्यमंत्री मंत्री अर्जुन मेघवाल के बस्तर दौरे में भी दीपक बैज का यही रूप चर्चा का विषय बन गया है। मेघवाल की बैठक में बस्तर सांसद दीपक बैज व विधायक राजमन बेंजाम ने शामिल होकर तथ्यात्मक बात की। आकांक्षी जिलों के रूप में केंद्रीय राज्यमंत्री मेघवाल बस्तर जिले के समस्त अधिकारियों के साथ स्थानीय सर्किट हाउस जगदलपुर में बैठक ले रहे थे। लेकिन सांसद व विधायक स्थानीय कार्यक्रम में शामिल होने की वजह से एक घंटे बाद पहुंचे और बैठक में उपस्थित होकर बस्तर के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। अर्थात दीपक बैज और राजमन बेंजाम ने जनता के बीच मौजूदगी को प्राथमिकता देने के साथ ही बस्तर पधारे मेघवाल के सम्मुख बस्तर की जनता का पक्ष भी संवेदनशील तरीके से रखा।बैठक के दौरान बस्तर सांसद दीपक बैज ने केंद्रीय राज्यमंत्री के समक्ष बस्तर की बात रखते हुए कहा कि बस्तर में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। जिसे बढ़ाने की आवश्यकता है जिससे यहां के लोगो को रोज़गार मिल सके और वे आर्थिक रूप में मजबूत हों, इसके लिए केंद्र सरकार मदद करे। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से आज भी बस्तर के विभिन्न पारा मोहल्ले नहीं जुड़ पाए हैं। रोड कनेक्टिविटी जरूरी है। इसलिए विशेष प्राथमिकता के साथ सभी पारा मोहल्ले को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से जोड़ा जाए। चूंकि वर्तमान में फेस थ्री चल रहा है जिसमें उन पारों को जोड़ने की केंद्र सरकार की कार्ययोजना नहीं है। प्रधानमंत्री आवास व पेंशन योजना केंद्र सरकार की गाइड लाइन में गरीबों को इसका लाभ मिलना है लेकिन बस्तर के आदिवासी क्षेत्रों में बहुत से पात्र हितग्राहियों, जो कि सूची में नाम न होने के कारण केंद्र सरकार की गाइड लाइन में नहीं आ पा रहे हैं, जिससे उन्हें प्रधानमंत्री आवास व पेंशन योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जबकि वो पात्र हितग्राही हैं। इस योजना में इनको लाभ दिलाने हेतु सरकार नियम शिथिल कर रियायत दे ताकि उन हितग्राहियों को भी पेंशन व आवास का लाभ मिल सके।केंद्रीय मंत्री के समक्ष सांसद बैज ने बस्तर विकास को लेकर गंभीता से पक्ष रखा। बैठक के बाद बस्तर सांसद दीपक बैज व चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम ने केंद्रीय राज्यमंत्री के साथ भोजन किया । इस दौरान करीब बीस मिनट तक बस्तर के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा भी हुई। जाहिर है कि सांसद दीपक बैज और विधायक राजमन बेंजाम ने केंद्रीय राज्यमंत्री मेघवाल को बस्तर की जरूरत से अच्छी तरह वाकिफ करा दिया है। उम्मीद की जा सकती है कि बस्तर की आवाज दिल्ली की दीवारों के भीतर जायेगी। मुश्किल नहीं है कुछ भी अगर ठान लीजिए।