रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने पूर्व मंत्री केदार कश्यप के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि कवासी लखमा ने जो कहा वह बस्तर की केंद्र से की जा रही उपेक्षा के खिलाफ आक्रोश था। लखमा संवेदन शील लोकप्रिय राजनेता है। उनके शब्दो को नुक्ताचीनी कर भाजपा बेवजह तूल दे रही है। भाजपा अपनी विकृत मानसिकता के कारण हर बात के अर्थ का अनर्थ निकालती है। भाजपा बताये कि क्या बस्तर में भाजपा प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी से मोदी शाह ने कहलवाया था कि थूक देंगे तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनका पूरा मंत्रिमंडल बह जायेगा। भाजपा के नेता लगातार अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं। सरेआम मां बहिन की गाली बकते हैं। मातृशक्ति का अपमान करते हैं तब इनके संस्कार कहां चले जाते हैं। पुरंदेश्वरी छत्तीसगढ़ की जनता के भरोसे और सम्मान के प्रतीक मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल के विरुद्ध घोर आपत्तिजनक बयान देती हैं तो भाजपा माफी मांगने की बजाय ऐसी सफाई पेश करती है कि उसकी धूर्तता साफ झलक जाती है। जनता द्वारा ठुकराए जा चुके राजेश मूणत जैसे आवाराछाप सी हरकतें करने वाले नेता पुलिस और राजनीतिक विरोधियों को मां बहिन की गालियां देते कानून के शिकंजे में फंसते हैं तो रमन सिंह से लेकर विष्णुदेव साय तक और नंदकुमार साय से लेकर धरमलाल कौशिक तक सारे लोग समर्थन में थाना घेरने पहुंच जाते हैं। यही इनका दोहरा चरित्र है।
प्रदेश कांग्रेस प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा बिना वजह तिल का ताड़ बनाने में माहिर हैं। भ्रम फैलाना भाजपा की फितरत है। कांग्रेस कभी किसी का अपमान करने की भावना नहीं रखती। यह काम भाजपा को ही शोभा देता है। कांग्रेस विकास में भरोसा रखती है। जनता की खुशहाली के काम करने में विश्वास रखती है। कांग्रेस पूरे छत्तीसगढ़ के साथ साथ बस्तर का भरपूर विकास कर रही है। रोजगार दे रही है जिससे छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी की दर सबसे कम है। किसानों, मजदूरों के साथ ही पशुधन को न्याय मिल रहा है। गांव गरीब का समावेशी विकास हो रहा है। सुदूर वनांचल में भी विकास की रोशनी है। शांति है। यह कांग्रेस की कार्य संस्कृति है। छत्तीसगढ़ का विकास भाजपा को रास नहीं आ रहा। यदि कोई भाजपा के राज में रोजगार न मिलने की व्यथा व्यक्त करे तो यह भाजपा से बर्दाश्त नहीं होता। भाजपा बताये कि मोदी ने हर साल 02 करोड़ रोजगार देने का वादा किया था तो 08 साल में 16 करोड़ लोगों को रोजगार क्यों नहीं दिया। छत्तीसगढ़ ने मोदी को 2014 में 10 और 2019 में 09 सांसद दिये तो मोदी ने यहां कितने लोगों को रोजगार दिया है?