रायपुर। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीड़िया प्रभारी संजय चौंबे ने बताया कि आज एमएसएमई विकास संस्थान एवं कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंड़िया ट्रेडर्स (कैट) के सहयोग से व्यापारियों के हितार्थ एवं उधम आधार पंजीकरण करने प्रक्रिया पर विड़ियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से मिटिंग सम्पन्न हुई । मिटिंग में एमएसएमई डीआई रायपुर के राजीव एस. संयुक्त निर्देशक, श्री लोकेश परगनिहा, उप निर्देशक, श्री के.बी. इरापटे सहायक निर्देशक एवं उमेश प्रसाद सहायक निर्देशक के द्वारा व्यापारियों को उधम आधार पंजीकरण प्रक्रिया एवं एमएसएमई से व्यापारियों को मिलने वाले लाभो की जानकारी दी। मिटिंग मे कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी, प्रदेश उपाध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष श्री परमानन्द जैन, महामंत्री श्री सुरेन्द्रर सिंह, एवं कैट सी.जी. चैप्टर के एमएसएमई विकास प्रभारी श्री मोहम्मद अली हिरानी शामिल रहे। सर्वप्रथम मिटिंग शुरुआत कैट सी.जी. चैप्टर के प्रदेश एमएसएमई विकास प्रभारी श्री मोहम्मद अली हिरानी ने विड़ियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से जुडे़ सभी अधिकारियों, कैट के पदाधिकारियों एवं व्यापारियों का स्वागत किया।
कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी ने कहा कि पूर्व में व्यापारी भी एमएसएमई की परिभाषा में शामिल थे किन्तु वर्ष 2017 में एक ऑफिस आर्डर द्वारा उन्हें इस परिभाषा से निकाल दिया था । उसके बाद से कैट लगातार इस मुद्दे को सरकार के साथ उठाता रहा और केंद्र सरकार ने व्यापारियों को इस परिभाषा में दोबारा जोड़ने का निर्णय लिया जिसके अनुरूप रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने 7 जुलाई 2021 को एक आर्डर जारी कर प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग के लिए व्यापारियों को इस परिभाषा के अंतर्गत जोड़ने का आदेश दिया। सरकार के इस फैसले से देश के करीब 8 करोड़ से ज्यादा छोटे कारोबारियों को फायदा होगा। उन्होनें आगे कहा कि ये व्यापारियों के लिए सुनहरा अवसर है, सभी व्यापारी एमएसएमई मे अधिक से अधिक रजिस्ट्रेशन करवाये।
कैट सी.जी चैप्टर के प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने बताया की उद्यम आधार से पंजीकृत व्यापारियों को बैंकों से क़र्ज़ प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग के तहत औरों से कम ब्याज दर पर मिल सकता है जिससे वर्तमान में आर्थिक तंगी से जूझ रहे व्यापारियों को बड़ी राहत मिल सकती है। कोरोना के कारण पिछले दो वर्षों से व्यापारी अपने सामान्य व्यापार से महरूम हैं जिसके कारण बेहद आर्थिक तंगी का सामना उन्हें करना पड़ रहा है।
एमएसएमई डीआई रायपुर के श्री राजीव एस. संयुक्त निर्देशक ने व्यापारियों को उधम आधार पंजीकरण प्रक्रिया एवं एमएसएमई से व्यापारियों को मिलने वाले लाभो की जानकारी दी। उन्होनें आगे कहा यदि देश भर के व्यापारियों ने इस योजना के अंतर्गत पंजीकरण कर लिया तो फिर एमएसएमई सेक्टर को मिलने वाली अन्य अनेक सुविधाओं और राहत योजनाओं का भी लाभ व्यापारियों को मिल सके, उसका दावा भी मजबूत होगा। इस योजना के अंतर्गत 5 करोड़ तक की वार्षिक टर्नओवर वाले व्यापारियों को माइक्रो , 5 करोड़ से 75 करोड़ वार्षिक टर्नओवर वालों को स्माल तथा 75 करोड़ से 250 करोड़ तक की वार्षिक टर्नओवर वालों को मीडियम एंटरप्राइज का दर्ज़ा प्राप्त होगा । उन्होंने बताया की देश भर का कोई भी व्यापारी एमएसएमई के पोर्टल पर जाकर स्वयं उद्यम के अंतर्गत पंजीकरण निः शुल्क कर सकता है।
अंत में मोहम्मद अली हिरानी ने सभी को धन्यवाद ज्ञापन कर मीटिंग समाप्ति की घोषणा की मिटिंग में कैट के पदाधिकारी मुख्यरूप से उपस्थित रहेः- अमर पारवानी, जितेंद्र दोशी, परमानन्द जैन, सूरिंदर सिंह, मोहम्मद अली हिरानी एवं सभी ज़िले इकाई से शामिल पदाधिकारी एवं व्यापारीगण आदि।