रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा की खैरागढ़ सीट पर 12 अप्रैल को मतदान होगा। मतों की गणना 16 अप्रैल को की जाएगी। भारत निर्वाचन आयोग ने उपचुनाव की घोषणा कर दी है।
विदित है कि वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में खैरागढ़ सीट पर जनता कांग्रेस के देवव्रत सिंह निर्वाचित हुए थे। उनके निधन के कारण रिक्त हुई सीट पर चुनाव होना है। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही खैरागढ़ विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। इस उपचुनाव में सत्ताधारी कांग्रेस की हर संभव कोशिश होगी की इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी की जीत हो। राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 70 सदस्य हैं। कांग्रेस ने चुनाव में 68 सीटें जीती थीं और दंतेवाड़ा तथा मरवाही उपचुनाव में जीत कर यह संख्या 70 पर ला दी। यदि खैरागढ़ उपचुनाव कांग्रेस जीत जाती है तो उसके पास 71 सीटें हो जाएंगी। प्रतिपक्ष भाजपा भी पूरी पूरी कोशिश करेगी की अगले चुनाव के पहले होने वाले इस उपचुनाव में वह कांग्रेस को पराजित करके अगले चुनाव की तैयारियों के लिए बेहतर माहौल बनाए। खैरागढ़ उपचुनाव छत्तीसगढ़ की राजनीति के लिए एक टर्निंग प्वाइंट के रूप में सामने आ सकता है।