0 चिटफंड में डूबी रकम वापस मिलने लगी, फर्जी कंपनियों की संपत्ति नीलामी से प्राप्त पैसे अब सीधे निवेशकों के खातों में
रायपुर । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर फर्जी चिटफंड कंपनियों के संचालकों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है , साथ ही निवेशकों को सीधे उनके खाते में निवेश की हुई रकम वापस मिल रही है । राज्य में अब तक 16 चिटफंड कंपनियों के कुल 16 करोड़ 95 लाख 65 हजार 170 रुपए की सम्पत्तियों की नीलामी /वसूली की जा चुकी है। 17 हजार 404 निवेशकों को कुल 11 करोड़ 22 लाख 72 हजार 679 रुपए की धनराशि वापस की गई है।
उल्लेखनीय है कि देश में छत्तीसगढ़ एकमात्र ऐसा राज्य है जहां फर्जी चिटफंड कंपनियों में निवेश करने वालों की राशि लौटाई जा रही है। शासन-प्रशासन द्वारा लगातार इस मामले को गंभीरता से लेते हुए चिटफंड कंपनी के संचालकों पर कार्रवाई की जा रही है । इस मामले पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने दो महीने पहले ही गृह विभाग को रकम वापसी और संचालकों को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री स्वयं इस मामले में कार्रवाई की प्रगति की समय-समय में समीक्षा कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में चिटफंड कंपनियों की संपत्ति कुर्क कर निवेशकों को पैसे लौटाने की प्रक्रिया जारी है।
17 हजार से अधिक निवेशकों को 11 करोड़ से भी अधिक रकम की वापसी
जिला स्तर पर चिटफंड कंपनियों में फंसे रकम की वापसी पर मजबूती से काम किया जा रहा है। अब तक चिटफंड कंपनियों में फंसे 17 हजार 4 सौ चार निवेशकों की 11 करोड़ 22 लाख 72 हजार 679 रुपए की वापसी की गई है। दुर्ग में राशि 16 लाख 4 हजार रूपए, राजनांदगांव में 16 हजार 8 सौ 93 निवेशकों को 10 करोड़ 76 लाख 37 हजार 959 रूपए, बिलासपुर में 4 सौ 74 निवेशकों को 24 लाख 20 हजार रूपए, बेमेतरा में 5 निवेशकों को 2 लाख 22 हजार 220 रूपए, सूरजपुर में 12 निवेशकों को 1 लाख 24 हजार 900 रूपए, जशपुर में 9 निवेशकों को 1 लाख 68 हजार 600 रुपए, जांजगीर-चापा में 7 निवेशकों को राशि 95 हजार रूपए की राशि लौटाई गई है।