रायपुर। भाजपा प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी के अचानक दिल्ली लौटने पर प्रतिक्रिया करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा की प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी ने भाजपा के कार्यक्रमों में भाजपा के 15 साल के मठाधीश नेताओं को नहीं बुलाकर उनकी अवहेलना कर जो खतरा मोल लिया है उस खतरे को वो भांप चुकी थी। उन्हें पता है राज्य निर्माण के बाद भाजपा के नेता प्रतिपक्ष चुने आए प्रभारी की एकात्म परिसर में क्या दुर्गति हुई थी? नेता प्रतिपक्ष चुनने आये प्रभारी को टेबल के नीचे छिप कर अपनी जान बचानी पड़ी थी और पुलिस के संरक्षण में उन्हें राज्य से विदाई लेनी पड़ी थी, डी पुरंदेश्वरी को पता है कि उन्होंने भी भाजपा के दबंग और मठाधीश नेताओं को बैठकों से दूर कर उनके विरोधी बन चुकी है और कभी भी सन 2000 की घटना की पुनरावृत्ति एकात्म परिसर में हो सकती है और उनके साथ भी नेता प्रतिपक्ष चुनने आये प्रभारी की तरह ही दुर्व्यवहार हो सकता है इसीलिए डी पुरंदेश्वरी तय कार्यक्रमो को आधे अधूरे छोड़कर दिल्ली के लिए उड़ गई और दिल्ली उड़ते वक्त एकात्म परिसर नही गई न ही भाजपा के किसी बड़े नेताओं से मिलने की हिम्मत की।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा में गुटबाजी चरम सीमा पर है कई गुटों में भाजपा बटी हुई है भिलाई में जिस प्रकार से जिला अध्यक्ष और मंडल अध्यक्ष चयन के दौरान पिस्तौल निकल गई थी भाजपा के युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष को बंधक बना लिया गया था एकात्म परिसर में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के बीच बाहें चल गई थी रमन सरकार के पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने सवन्नी को सुधारने की बात कही उसके बाद राजेश मूणत के द्वारा पुलिस को धमकी देना गाली गलौज करना अभद्रता एवं बृजमोहन अग्रवाल के साथ उल्टी-सीधी बात करने वाला वीडियो जारी हुआ इन सारे घटनाक्रमों से डी पुरंदेश्वरी जी को पता चल गया कि छत्तीसगढ़ भाजपा के नेता किस आचरण व्यवहार के हैं । और डी पुरंदेश्वरी तो सीधा सीधा भाजपा के 15 साल के मठाधीश नेताओं से पंगा ले लिया है । पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के चेहरे को नकार दिए हैं साथ ही भाजपा के अन्य बड़े नेताओं को भी किनारे कर दिए हैं ऐसे में अचानक डी पुरंदेश्वरी के जाना कई मायने तय करता है ।